मंगलवार, 12 अक्तूबर 2010

अक्टूबर का जादू

खिड़की पर झूलते आम के पत्ते
कैसे सर-सर बतियाते हैं,
अक्टूबर,
मैंने ऐसे तो तुम्हें जादू करते पहले नहीं देखा!

2 टिप्‍पणियां:

POOJA... ने कहा…

yaha khade-khade insaan badal jata hai
rishte badal jaate hai
gair to theek bhi
aapke apne badal jaate
aap to bas mousam kee baat kar rahee hai...

ZEAL ने कहा…

अक्टूबर का खुशमिजाज़ सा महिना ...