कल से फिर शहर से बाहर। होली के लिए बड़ी ननद के घर इलाहाबाद। लैपटॉप और फ़ोन से पाँच-छह दिनों की छुट्टी। काग़ज़-कलम से अभ्यास शुरु करूंगी। जाने से पहले फिलहाल कई सारे काम निपटाने हैं, इसलिए आज के मॉर्निंग पेज का वक़्त काम की लिखाई के बहाने।
न होता ग़म-ए-इश्क़ तो ग़म-ए-रोज़गार होता...
1 टिप्पणी:
दी, आप रोज ही ब्लॉग अपडेट करती हैं..मॉर्निंग पेज के बहाने! अद्भुत
एक टिप्पणी भेजें