चंद अनाज के दाने,
दानों में गज़ब का स्वाद/
एक पैबंद लगी जेब,
जेब में सिक्कों की खनखनाहट/
छोटा सा घर,
और घर में ढेर सारा प्यार/
एक ख्वाब,
ख्वाब की कोमल तासीर/
कुछ अल्फाज़,
लफ़्ज़ों के बेहतर मायने/
नए रिश्ते,
रिश्तों के अटूट बंधन/
मुट्ठी भर आसमान,
और उन्मुक्त परवाज़/
नया साल आपके लिए
लेकर आये इतनी-सी थाती,
यही दुआ है!
4 टिप्पणियां:
मुट्ठी में आसमान
नववर्ष आप के लिए, आप के पूरे परिवार के लिए और आप के ब्लॉग पाठकों के लिए मंगलमय हो।
itni pyari dua:)
bhagwan aapko sirf khushiyan de!
बहुत खूबसूरत रचना ...
नव वर्ष की शुभकामनाएँ
आपको नव वर्ष मंगलमय हो.
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