tag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post7922587139282533369..comments2023-10-06T18:06:09.288+05:30Comments on मैं घुमन्तू: अटकी हुई फ़िल्म स्क्रिप्ट - डे टू Anu Singh Choudharyhttp://www.blogger.com/profile/00504515079548811550noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-88701372692109655882020-08-03T23:29:01.686+05:302020-08-03T23:29:01.686+05:30अनु आप ने को पूरी किताब लिखी है, फिर से स्क्रिप्ट ...अनु आप ने को पूरी किताब लिखी है, फिर से स्क्रिप्ट क्या बला है ...<br /><br />वैसे लंबा टेक्स्ट लिखने का दर्द मुझे भी समझ में आया कल। (मैंने मास कॉम या या साहित्य से बीए एमए किया था नहीं; बिसनेस मैंनेजमेंट के साथ इंग्लिश लिटरेचर पढ़ी थी।) शॉर्ट स्टोरी ५००-६०० शब्द की या कविता लिखने में परेशानी नहीं हुई कभी; पर एक कहानी लिखने में, ५०००+ शब्द, मुझे आटे-दाल का भाव समझ में आ गया।<br />आपके लिए अप्लॉज़ ।P Shttps://www.blogger.com/profile/05115598017850716156noreply@blogger.com