tag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post4961646301235944718..comments2023-10-06T18:06:09.288+05:30Comments on मैं घुमन्तू: गर्मी छुट्टी डायरीज़: सिलिगुडी से पोस्टकार्डAnu Singh Choudharyhttp://www.blogger.com/profile/00504515079548811550noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-2639712149633331782012-05-31T07:50:51.508+05:302012-05-31T07:50:51.508+05:30पहले का भी एक सिलीगुड़ी यात्रा वृत्तांत याद आ रहा ...पहले का भी एक सिलीगुड़ी यात्रा वृत्तांत याद आ रहा है जिसमें किसी कमिश्नर साहिबा /साहब ने कुछ स्थानीय सद्भाव आपको मुहैया कराये थे ..है न ?Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-28182782609693619042012-05-30T18:16:39.449+05:302012-05-30T18:16:39.449+05:30एक संक्षिप्त परिचय तस्वीर ब्लॉग लिंक इमेल आईडी के ...एक संक्षिप्त परिचय तस्वीर ब्लॉग लिंक इमेल आईडी के साथ चाहिए , कोई संग्रह प्रकाशित हो तो संक्षिप ज़िक्र और कब से <br />ब्लॉग लिख रहे इसका ज़िक्र rasprabha@gmail.comरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-10549619072800430492012-05-30T16:03:43.307+05:302012-05-30T16:03:43.307+05:30आज से लगभग २५ साल पहले कई बार सिलीगुड़ी देखा....एक...आज से लगभग २५ साल पहले कई बार सिलीगुड़ी देखा....एक सुन्दर छोटा सा शहर जहां सभी विदेशी सामान मिल जाता था....लगता है सभी जगह की तरह यह भी बहुत बदल गया है....बहुत रोचक यात्रा वृतांत....Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-49718347675380310492012-05-30T13:29:58.819+05:302012-05-30T13:29:58.819+05:30हल्क निकाल दीजिए और द इनक्रेडिबल हल्क भी। अवतार है...हल्क निकाल दीजिए और द इनक्रेडिबल हल्क भी। अवतार है? वो भी निकाल दीजिए बच्चों के लिए। स्पाइडरमैन की सारी सीरिज़ देखी है? सुपरमैन? बैटमैन? हाउ टू ट्रेन योर ड्रैगन? आयरन मैन? ” <br /><br />बच्चे मुझे हैरत से देख रहे हैं और मैं उनके लिए एक के बाद एक सीडीज़ निकलवा रही हूं। <br />IT SHOWS THE EMOTIONAL ATTECHMENT ,<br />TOUCHING LINES .......Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-64173926536772177602012-05-30T10:17:07.272+05:302012-05-30T10:17:07.272+05:30safar jaari rakho anu main bhi saath hoonsafar jaari rakho anu main bhi saath hoonsonalhttps://www.blogger.com/profile/03825288197884855464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-50524120448376504702012-05-30T09:58:49.879+05:302012-05-30T09:58:49.879+05:30अंग्रेजी फिल्मों का वर्गीकरण बहुत ही संक्षिप्त मिल...अंग्रेजी फिल्मों का वर्गीकरण बहुत ही संक्षिप्त मिलता है हर दुकान पर।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-27303633200343682982012-05-30T09:22:47.850+05:302012-05-30T09:22:47.850+05:30जिंदगी का सफर...जिंदगी का सफर...Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-23351211642051824112012-05-30T09:10:27.413+05:302012-05-30T09:10:27.413+05:30सिलीगुड़ी और दार्जलिंग मेरे लिए...एक बार देखा है द...सिलीगुड़ी और दार्जलिंग मेरे लिए...एक बार देखा है दूसरी बार देखने की तमन्ना है...वाली ख्वाहिश है. ऐसे याद आता है जैसे बिछड़ा हुआ महबूब. मैंने पहली बार मिस्टी दोई सिलीगुड़ी में ही खायी थी. मेरा मौथऑर्गन भी वहीं ख़रीदा था...और कितनी ही चीज़ें...कितने रंग. मन ऐसे ललच गया था लेकिन दार्जलिंग महीने भर की यात्रा का पहला पड़ाव था तो ज्यादा सामान नहीं खरीद सकते थे. <br /><br />अभी तक जितने रास्तों पर घूमी हूँ...सिलीगुड़ी से दार्जलिंग से खूबसूरत रास्ता और कोई नहीं दिखा है. इस पोस्ट को पढ़ कर वो सब कुछ याद आ गया. पूर्णिया में आराम से आप आम और लीची खाईये...हम लोग के लिए फोटो उटो सटा दीजियेगा, उसी को देख कर खुश हो लेंगे :) :)Puja Upadhyayhttps://www.blogger.com/profile/15506987275954323855noreply@blogger.com