tag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post4468408612994284236..comments2023-10-06T18:06:09.288+05:30Comments on मैं घुमन्तू: गुज़रे हैं लाख बार इसी कहकशां से हमAnu Singh Choudharyhttp://www.blogger.com/profile/00504515079548811550noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-60773196201448596892011-12-31T21:46:40.335+05:302011-12-31T21:46:40.335+05:30बेहतरीन अंदाज़..... सुन्दर
अभिव्यक्ति.........नववर...बेहतरीन अंदाज़..... सुन्दर<br />अभिव्यक्ति.........नववर्ष की शुभकामनायें.....विभूति"https://www.blogger.com/profile/11649118618261078185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-60496374088974077242011-12-31T20:54:17.171+05:302011-12-31T20:54:17.171+05:30अभी तक तो सुना देखा था कि वो जनाब ग़ालिब ही थे जिन...अभी तक तो सुना देखा था कि वो जनाब ग़ालिब ही थे जिनका अंदाज़े बयाँ ही और था....मगर आज कोई और भी है यह बात पुख्ता हो गयी है ..नए वर्ष की सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं!Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-47148715381541057602011-12-31T20:48:30.957+05:302011-12-31T20:48:30.957+05:30अब तो काफी दुरुस्त है नोक-पलक.अब तो काफी दुरुस्त है नोक-पलक.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-61842410030198614652011-12-31T20:32:07.661+05:302011-12-31T20:32:07.661+05:30पहली बार आना हुआ इस ब्लॉग पर बहुत अच्छा दर्शन...
ज...पहली बार आना हुआ इस ब्लॉग पर बहुत अच्छा दर्शन...<br />जगजीत जी की आवाज में एक बहुत उम्दा ग़ज़ल.....<br />"आओ मिल कर इंकलाबी ताज़ा तर पैदा करें...<br />दहर पर इस तरह छा जायें की सब देखा करें"आशुतोष की कलमhttps://www.blogger.com/profile/05182428076588668769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-38404197490150838832011-12-31T19:11:00.389+05:302011-12-31T19:11:00.389+05:30जिस पल समझ आये, जीना प्रारम्भ कर दें..जिस पल समझ आये, जीना प्रारम्भ कर दें..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-71499772117877952202011-12-31T14:20:44.217+05:302011-12-31T14:20:44.217+05:30@ चित्रगुप्त ने जो लिखा, ठीक ही लिखा। लड़ना-भिड़ना...@ चित्रगुप्त ने जो लिखा, ठीक ही लिखा। लड़ना-भिड़ना छोड़ो और जीने का सलीका सीखो।<br /><br />जी कोशिश रहेगी... <br /><br />यहाँ भी जीवन दर्शन... अलग सादीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-89964940604345709022011-12-31T11:51:03.621+05:302011-12-31T11:51:03.621+05:30जाते साल और आते हुए नए वाले कि लिए इससे बढ़िया सौगा...जाते साल और आते हुए नए वाले कि लिए इससे बढ़िया सौगात नहीं होगी... आनन्द आया पढ़कर..<br /><br />खासकर - नामुमकिन कुछ नहीं होता !Manoj Khttps://www.blogger.com/profile/06707542140412834778noreply@blogger.com