tag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post3813138573188584379..comments2023-10-06T18:06:09.288+05:30Comments on मैं घुमन्तू: भरोसा करना सिखाती, मगर...Anu Singh Choudharyhttp://www.blogger.com/profile/00504515079548811550noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-72876153175148228492012-05-16T07:18:19.220+05:302012-05-16T07:18:19.220+05:30इस बात को कभी नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता सावधानी...इस बात को कभी नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता सावधानी निरंतर आवश्यक है.हमें जो ठीक लगता है वही करें- कहनेवाले कहते रहें !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-39533207281094281512012-05-14T08:00:47.943+05:302012-05-14T08:00:47.943+05:30संदेह करते रहने से कायम भरोसा ही भरोसे के काबिल हो...संदेह करते रहने से कायम भरोसा ही भरोसे के काबिल होता है क्योंकि भरोसे बदलते देर भी तो नहीं लगती.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-57442927680690058022012-05-11T22:04:43.310+05:302012-05-11T22:04:43.310+05:30प्रवीण जी यहाँ स्वतन्त्रता ना देने की बात तो कही ह...प्रवीण जी यहाँ स्वतन्त्रता ना देने की बात तो कही ही नहीं गयी बात बस इतनी है, की आप अपने बच्चों को स्वतन्त्रता तो दें लेकिन उनके अंदर अपने प्रति ऐसा विश्वास भी कुट-कुट कर भरें कि कुछ भी होने पर वह चुप न रहे और कुछ नहीं तो, जो कुछ भी हुआ उसकी सम्पूर्ण जानकारी अपने अभिभावकों को ज़रूर दें। और आज इस युग में किसी पर भी आँख बंद करके सम्पूर्ण विश्वास कभी न करें।Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-85600802962411417872012-05-11T11:19:51.169+05:302012-05-11T11:19:51.169+05:30अभिभावक की चिंता जायज है ...और यथासंभव बचाव के प्र...अभिभावक की चिंता जायज है ...और यथासंभव बचाव के प्रयास भी ..<br />.यही तो त्रासदी है<br /> .चेतना के साथ जीना जरुरी है <br />कोई कुछ कहे जीवन हमारा है .ढंग भी अपना हो <br />सुन्दर नहीं बहुत सुन्दरRamakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-1974817700459549962012-05-11T09:24:33.941+05:302012-05-11T09:24:33.941+05:30आज हम भले ही एक नागरी सभ्यता में साँसे ले रहे हैं ...आज हम भले ही एक नागरी सभ्यता में साँसे ले रहे हैं ,कुदरत ने हमें बहुत से ऐसे सहज बोध दिए हैं जो हमारी रक्षा करते हैं और कभी कभार हम अपनी भूलों से सबक भी लेते हैं -हम सब इन स्थितियों से गुजरे हैं और आगी की पीढियां भी गुजरेगी-हाँ अभिभावक की चिंता जायज है ...और यथासंभव बचाव के प्रयास भी ...<br />हेलीकाप्टर मदर -पहली बार सुना ..सैटेलाईट मदर कैसा रहेगा?Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-86692373844107898482012-05-11T08:32:03.329+05:302012-05-11T08:32:03.329+05:30ध्यान भी रखना होगा, स्वतन्त्रता भी देनी होगी..ध्यान भी रखना होगा, स्वतन्त्रता भी देनी होगी..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-88040062030645026292012-05-11T08:26:15.305+05:302012-05-11T08:26:15.305+05:30totally agree..............
effective writing...totally agree..............<br /><br />effective writing...ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-63328553517584674872012-05-11T07:56:12.359+05:302012-05-11T07:56:12.359+05:30सहमत हूँ...पूर्णतया .सहमत हूँ...पूर्णतया .Nidhihttps://www.blogger.com/profile/07970567336477182703noreply@blogger.com