tag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post8274332402416159244..comments2023-10-06T18:06:09.288+05:30Comments on मैं घुमन्तू: बच्चों का आना - भाग 3Anu Singh Choudharyhttp://www.blogger.com/profile/00504515079548811550noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-68397356968960634902010-10-26T19:21:26.857+05:302010-10-26T19:21:26.857+05:30बहुत हिम्मत की आपने..
पार्ट ४ पढ़ने जा रहा हूँबहुत हिम्मत की आपने..<br />पार्ट ४ पढ़ने जा रहा हूँManoj Khttps://www.blogger.com/profile/06707542140412834778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-90469263144994225182010-10-25T08:30:14.051+05:302010-10-25T08:30:14.051+05:30नौकरी मे बच्चे पालना तो आजकल बहुत मुश्किल काम है। ...नौकरी मे बच्चे पालना तो आजकल बहुत मुश्किल काम है। फिर ऐसी नौकरी का फायदा भी क्या अगर बच्चों को सही परवरिश नही मिली। लेकिन ये फैसला तभी लेना चाहिये अगर मन मे ये पक्का विश्वास हो कि आप जो कर रही हैं वो सही है नही तो दुविधा मे आप तनाव का शिकार हो सकती हैं। संस्मरण अच्छा लगा। शुभकामनायें, आशीर्वाद।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.com