tag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post4218833258867412288..comments2023-10-06T18:06:09.288+05:30Comments on मैं घुमन्तू: बहती धारा बन जा, फिर दुनिया से डोल Anu Singh Choudharyhttp://www.blogger.com/profile/00504515079548811550noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-87674409171181646342013-08-11T16:21:08.952+05:302013-08-11T16:21:08.952+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Neeraj Neerhttps://www.blogger.com/profile/00038388358370500681noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-8722623230753835112013-08-09T13:48:28.863+05:302013-08-09T13:48:28.863+05:30saheje hue pyare yaad... !!
aapke baba ko naman.....saheje hue pyare yaad... !! <br />aapke baba ko naman..<br />मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-82872552911417532712013-08-05T17:24:08.632+05:302013-08-05T17:24:08.632+05:30खैरियत की यह चिट्ठी बाबा तक जरूर पहुंची होगी, उनका...खैरियत की यह चिट्ठी बाबा तक जरूर पहुंची होगी, उनका आशीष भी आपतक अवश्य पहुंचा होगा!<br /><br />उनकी स्मृति को नमन!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-3635558608383908512013-08-04T10:20:11.017+05:302013-08-04T10:20:11.017+05:30मन की कहती, मन की भाषा,
बुनती, बँधती, बहती, आशा।
उ...मन की कहती, मन की भाषा,<br />बुनती, बँधती, बहती, आशा।<br />उनसे जिनसे प्रेम मिला है,<br />उनसे जिनसे प्रेम उपासा। प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-71480291528410396772013-08-04T08:28:38.450+05:302013-08-04T08:28:38.450+05:30यादों की लम्बी फ़ेहरिश्त और सुकून से बाबा संग जिए ...यादों की लम्बी फ़ेहरिश्त और सुकून से बाबा संग जिए लम्हे सच कहा आपने जहाँ रहें आराम से रहें Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-81007494866011793462013-08-03T19:09:20.960+05:302013-08-03T19:09:20.960+05:30'आप वैसे ही दूसरों की मदद करते रहें, आप वैसे ह...'आप वैसे ही दूसरों की मदद करते रहें, आप वैसे ही ज़िंदादिल बने रहें, आप वैसे ही सबके भरोसे जीतते रहे, आप वैसे ही कड़ी मेहनत करके ज़िन्दगी की सीढ़ियां चढ़ते रहें, आप वैसे ही नामुमकिन को मुमकिन बनाते रहें ...<br />'<br /><br />हमारा आत्मविश्वास हमसे इतना ही करवा जाए तो बाबा हम अपनी इस जिन्दगी को पूरा मान लेंगे. क्योंकि बाबा 'अब करदाताओं के पैसे की जो हेराफेरी और घोटाले होते हैं, उन्हें घोटाला नहीं कहा जाता, निवेश, बाज़ार और बिज़नेस कहा जाता है।' बाबा, अनु की इस चिट्ठी के ज़रिए हमारी भी आपसे जान-पहचान बनी है. बहुत कुछ सीखने को मिला है आपसे. अमल की कोशिश करेंगे. जन्मदिन पर हमारा मुबारकबाद भी क़बूल कीजिए बाबा. <br /><br />अनु, बाबा को इस तरह करके मुझे भी उनसे जुड़ने का मौका दिया आपने. आपका शुक्रिया.Rakesh Kumar Singhhttps://www.blogger.com/profile/09355343165726493984noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-562224020774491732013-08-03T17:03:46.456+05:302013-08-03T17:03:46.456+05:30जडों के हो न पाने और जड़ों से अलग न हो पाने की दुव...जडों के हो न पाने और जड़ों से अलग न हो पाने की दुविधा के साथ ज़िन्दगी गुज़ार देने वाली हमारी तीसरी पीढ़ी आख़िरी हो शायद।..........इधर चलें हम उधर चलें, जाने कहां हम किधर चलें, फिसल रहे, कि जाने कब तक फिसलेंगे।Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.com