tag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post148676993424623932..comments2023-10-06T18:06:09.288+05:30Comments on मैं घुमन्तू: पापा के खोने और मिलने के बीच Anu Singh Choudharyhttp://www.blogger.com/profile/00504515079548811550noreply@blogger.comBlogger28125tag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-79382909473528547562013-04-13T08:05:34.766+05:302013-04-13T08:05:34.766+05:30तेरे दीदार को भटका , मैं पागल दर-ब-दर कब से ,
न जा...तेरे दीदार को भटका , मैं पागल दर-ब-दर कब से ,<br />न जाने कौन से दर पे , तेरा दीदार हो जाये |<br />.<br />अगर कोई जरूरत पड़ने पर आपकी मदद करता है , यकीन मानिये वो भगवान ही है | और शायद आपको भगवान के दर्शन हो भी गए |<br />असीम शुभकामनायें , पोस्ट पढ़कर वाकई बहुत अच्छा लगा (खासकर अंत पढ़कर)|<br /><br />सादरAkash Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00550689302666626580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-49663624341857592862013-04-12T19:50:21.954+05:302013-04-12T19:50:21.954+05:30मुफ्तासा येक सहृदय आदमी निकला,बहुत अछ्छा हुआ.मुफ्तासा येक सहृदय आदमी निकला,बहुत अछ्छा हुआ.prem ballabh pandeyhttps://www.blogger.com/profile/16202190259689692899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-43821653612875196042013-04-12T18:27:25.030+05:302013-04-12T18:27:25.030+05:30अन्त भला तो सब भला... किन्तु इस प्रकार की समस्याएं...अन्त भला तो सब भला... किन्तु इस प्रकार की समस्याएं भी हर बार रुप बदल-बदलकर सामने आती तो रहेंगी ।Sushil Bakliwalhttps://www.blogger.com/profile/08655314038738415438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-42069900922200276522013-04-12T18:26:06.574+05:302013-04-12T18:26:06.574+05:30अच्छा लगा पढ़ कर...सुखद अनुभूति!!!
बधाई!!!
अनु अच्छा लगा पढ़ कर...सुखद अनुभूति!!!<br />बधाई!!!<br /><br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-78511754761869483252013-04-12T16:36:59.546+05:302013-04-12T16:36:59.546+05:30बढ़िया रहा आपका संस्मरण...!बढ़िया रहा आपका संस्मरण...!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-36839911895848263582013-04-12T15:50:27.634+05:302013-04-12T15:50:27.634+05:30"मुझे यकीन था कि हमारे आस-पास अच्छे लोग ज़्या..."मुझे यकीन था कि हमारे आस-पास अच्छे लोग ज़्यादा हैं, जो मुसीबत में दर-ब-दर भटकते किसी बुज़ुर्ग को देखकर उनकी मदद ज़रूर करेंगे"<br />विश्वास कभी ज़ाया नहीं जाता।नितीश कुo सिंहhttps://www.blogger.com/profile/15619871145979358759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-52904763438662950012013-04-12T15:40:25.062+05:302013-04-12T15:40:25.062+05:30अल्लाह अपने बन्दे किसी न किसी रूप में ज़रूर भेजता ...अल्लाह अपने बन्दे किसी न किसी रूप में ज़रूर भेजता है कोई भी धर्म हो वो यही सिखाता है की मुसीबत के वक़्त दुसरे की मदद करनी चाहिए।इमरान अंसारी https://www.blogger.com/profile/01005182448449326178noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-14000190930194685162013-04-12T15:12:27.384+05:302013-04-12T15:12:27.384+05:30मुस्तफ़ा ने अपना नाम सार्थक किया। वह वाकई पैगम्बर ...मुस्तफ़ा ने अपना नाम सार्थक किया। वह वाकई पैगम्बर बनकर आया!<br /><br />..अब बहुत अच्छा लग रहा है पढ़कर। देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-71254733082188784832013-04-12T14:24:20.682+05:302013-04-12T14:24:20.682+05:30पापा की बेटी ....
बधाई !पापा की बेटी ....<br />बधाई !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-13534399701565822592013-04-12T12:38:39.840+05:302013-04-12T12:38:39.840+05:30अनु अच्छा लगा, ये संस्मरण पढ कर. शुक्रिया, मुस्तफा...अनु अच्छा लगा, ये संस्मरण पढ कर. शुक्रिया, मुस्तफा जी ने इंसानियत की जो प्रेरणा दी है, शायद ये शिक्षा अच्छा इंसान बनने में सहायक होगी.Sushaanthttps://www.blogger.com/profile/17861539183733406950noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-68462671055485638302013-04-12T09:08:43.164+05:302013-04-12T09:08:43.164+05:30कल रात यह संस्मरण पढ़ा। मुस्तफ़ा सरीखे लोग दुनिया मे...कल रात यह संस्मरण पढ़ा। मुस्तफ़ा सरीखे लोग दुनिया में अभी भी हैं और विश्वास है कि हमेशा रहेगें कम से कम तब तक तो रहेंगे ही जब तक यह दुनिया है। बहुत अच्छा लगा सब कुछ पढ़ना। बेहतरीन संस्मरण। <br /><br />इसकी चर्चा आज चिट्ठाचर्चा में की:<br /><a href="http://chitthacharcha.blogspot.in/2013/04/blog-post_12.html?showComment=1365737584238" rel="nofollow">फ़रिश्ते सरीखे मुस्तफ़ा और खोना-मिलना पापा का </a>अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-5398958549492040402013-04-12T07:12:17.236+05:302013-04-12T07:12:17.236+05:30 सुप्रभात सहित प्रणाम स्वीकारें ....माँ बाप सहित अ... सुप्रभात सहित प्रणाम स्वीकारें ....माँ बाप सहित अपनों के लिये यही सम्मान और प्रेम हमें विश्व में महान बनाता है मुस्तफा भाई को सलाम ये प्रेम बना रहे. अच्छा संस्मरण Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-13814040829513519512013-04-12T06:21:17.401+05:302013-04-12T06:21:17.401+05:30पूरा हाल पढ़कर मुस्तफा जैसे लोगों की मौजूदगी पर गर्...पूरा हाल पढ़कर मुस्तफा जैसे लोगों की मौजूदगी पर गर्व भी हुआ और खोये हुए लोगों के बारे मेन कोई व्यवस्था न होने का अफसोस भी। सचमुच अपने बारे मे कुछ भी न बता पाने वाले लोग खोने के बाद न जाने कहाँ और किस हाल में रहते होंगे। खुशी की बात है कि आधुनिक तकनीक के सहयोग ने इस कहानी को सुखांत बनाया। शुभकामनायें! <br />Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-71959850608718144202013-04-12T06:11:00.934+05:302013-04-12T06:11:00.934+05:30फेसबुक पर आपके पापा के खो जाने की खबर देखकर मैं भी...फेसबुक पर आपके पापा के खो जाने की खबर देखकर मैं भी बहुत परेशान हो गयी थी. उनकी फोटो को भी शेयर किया था और जब वो मिले तो बहुत सुकून मिला. <br />ये बात सही है कि हमारे देश में खो जाने वाले लोगों को ढूँढने के लिए किसी व्यवस्था का अभाव है, लेकिन मेरे ख़याल से तकनीक ने ये कमी कॉफी हद तक पूरी कर दी है, खासकर इंटरनेट और सोशल मीडिया ने. <br />शेष, जब जीवन में अच्छे लोग मिलते हैं और दोस्त मुसीबत में मदद करने की पूरी कोशिश करते हैं, तो मानवता पर विश्वास और गहरा होता जाता है.muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-79721249554865463192013-04-11T22:57:35.610+05:302013-04-11T22:57:35.610+05:30पढ़ते -पढ़ते कई बार goose bumps आये ...पढ़ते -पढ़ते कई बार goose bumps आये आये. और मन श्रद्धा से भर गया, उस अनजान के प्रति.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-60441889354787692072013-04-11T21:17:34.441+05:302013-04-11T21:17:34.441+05:30All is well that ends well! All is well that ends well! Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-42924694293092675272013-04-11T20:16:04.175+05:302013-04-11T20:16:04.175+05:30thank God !! it is because of people like Mustafa ...thank God !! it is because of people like Mustafa that our belief in goodness and humanity is still strong.Pooja Priyamvadahttps://www.blogger.com/profile/01276632648811903859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-15027496442536755832013-04-11T19:28:15.219+05:302013-04-11T19:28:15.219+05:30उफ़,कैसे बीता होगा इतना समय-जैसी उनके साथ हुई ऐसी ...उफ़,कैसे बीता होगा इतना समय-जैसी उनके साथ हुई ऐसी सबके साथ हो और उनके जीवन और परिवार सुरक्षित रहें !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-87995102287729339172013-04-11T16:06:30.629+05:302013-04-11T16:06:30.629+05:30जब तक पापा के सही सलामत होने की खबर नहीं मिली होगी...जब तक पापा के सही सलामत होने की खबर नहीं मिली होगी तब तक क्या गुज़री होगी यही सोच रही हूँ .... अभी भी इंसानियत ज़िंदा है ....शायद तभी यह दुनिया जीने लायक है । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-44140980323566337652013-04-11T15:24:45.261+05:302013-04-11T15:24:45.261+05:30इंसानियत अभी बाकी है. और उसे बचाए रखना हम सब की ज...इंसानियत अभी बाकी है. और उसे बचाए रखना हम सब की जिम्मेदारी.<br />थैंक गोड.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-60318910916914931952013-04-11T15:02:45.309+05:302013-04-11T15:02:45.309+05:30बिछड़े को मिलानेवाले का शुक्रिया। ये घटना कब की है?...बिछड़े को मिलानेवाले का शुक्रिया। ये घटना कब की है? <br />बहुत ही प्रेरक पोस्ट।Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-2518039996085428692013-04-11T14:44:52.056+05:302013-04-11T14:44:52.056+05:30बहुत ही मार्मिक संस्मरण,इस दुनियां में भी कुछ नेक ...बहुत ही मार्मिक संस्मरण,इस दुनियां में भी कुछ नेक बंदे है,उन नेक बन्दों को मेरा सलाम.Rajendra kumarhttps://www.blogger.com/profile/00010996779605572611noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-11764429762557786802013-04-11T12:43:44.516+05:302013-04-11T12:43:44.516+05:30आज भी इंसानियत ज़िन्दा है …………आपने के जरूरी विषय प...आज भी इंसानियत ज़िन्दा है …………आपने के जरूरी विषय पर रौशनी डाली है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-27446737642009220682013-04-11T12:31:47.661+05:302013-04-11T12:31:47.661+05:30आपने ठीक कहा, कुछ अच्छे लोग ज़्यादा हैं हमारे आस पा...आपने ठीक कहा, कुछ अच्छे लोग ज़्यादा हैं हमारे आस पास...<br />मुस्तफ़ा और उनके जैसा जज़्बा रखने वालों को सलाम.<br /><br />बहुत ही ज़रूरी बात उठाई है आपने इस संस्मरण के ज़रिये.Manoj Khttps://www.blogger.com/profile/06707542140412834778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-361816811593679767.post-29025094629588884272013-04-11T12:13:09.214+05:302013-04-11T12:13:09.214+05:30पिताजी मिल गये, सब लोग जिन्होंने प्रयास किया और सह...पिताजी मिल गये, सब लोग जिन्होंने प्रयास किया और सहृदय व्यक्तियों ने जिन्होंने उन्हे दिया, सब मिल एक उदाहरण बनाते हैं, एक जीवन्त समाज का। सबको हृदय से आभार।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com